⚛️मिस्र सभ्यता की महान रानी क्लियोपेट्रा की जीवनी⚛️
🔯 क्लियोपैट्रा की प्रेम कहानी 🔯
क्लियोपैट्रा मिस्र की बहुत ही खूबसूरत बुद्धिमान चालाक चतुर एवं प्रसिद्ध महारानी हुई है इसके बारे में अभी तक इतिहासकारों को पूरी जानकारी नहीं है लेकिन लेकिन प्रमाणित साक्ष्यों के आधार पर क्लियोपैट्रा की कहानी बड़ी ही अद्भुत लगती है। इतिहासकारों का मानना है कि रानी क्लियोपेट्रा तत्कालीन विश्व की सबसे सुंदर महिला थी यह बड़े-बड़े राजाओं को अपने स्वरूप जाल में फंसा कर काम करवाती थी हालांकि इसके जीवन में तमाम मुश्किलें का समय आया लेकिन इसने मुसीबतों पर कभी हार नहीं मानी थे। रानी क्लियोपेट्रा खूबसूरत ही नहीं बल्कि चालाक चतुर कुशल षड्यंत्रकारी के साथ-साथ कई भाषाओं के विद्वान भी थे।क्लियोपैट्रा को अनेक भाषाओं का ज्ञान था इसके पिता की मृत्यु इसके 14 वर्ष की उम्र में ही हो गई थी। सबसे पहली किलो पेट्रोल अपने भाई से बहुत ज्यादा प्यार करती थी और अपना भाई को ही बचपन से पति मान चुकी थी क्योंकि इसी की तरह इसका भाई भी बहुत खूबसूरत था इसके भाई का नाम टोलमि डिओनिस था ।टोलमि डिओनिस भी रानी क्लियोपेट्रा से प्रेम करता था से प्रेम था। लेकिन जब रानी क्लियोपेट्रा शासक बनी तो इसके भाई एवं पति को अपनी पत्नी की गुलामी पसंद नहीं आने लगा और अपने पत्नी के गुलामी में नहीं रहना चाहता था वह अपनी पत्नी की अधीनता स्वीकार नहीं करना चाहता था इसलिए उसने अपनी पत्नी तथा रानी क्लियोपेट्रा को मारने की योजना बनाया और इस योजना में प्रमुख मंत्री एवं प्रधानमंत्री को भी शामिल कर लिया इसके अलावा कुछ सेनापति भी थे।
एक दिन टोलमि डिओनिस ने घूमने का बहाना बनाकर रानी क्लियोपेट्रा को सीरिया ले जाता है और एक जंगल में ले जाकर सेनापति एवं मंत्रियों के द्वारा मारने की आदेश दे देता है लेकिन यहां पर रानी क्लियोपेट्रा नहीं अपना रूप जाल का प्रयोग करके प्रधानमंत्री को फसा लेता है और अपनी जान बचा लेती है इसके बाद। मंत्री एवं सेनापतियों ने अपने राजा को झूठी सूचना देकर के संतुष्ट कर लेते हैं इस प्रकार रानी क्लियोपेट्रा बच जाती है लेकिन काफी दिनों तक सीरिया में रहने के बाद। रूम के महान शासक जुलियस सीजर से मुलाकात होती है जुलियस सीजर जब रानी क्लियोपेट्रा को देखते हैं तो उसके रूप में मोहित हो जाते हैं और उसे शादी करने के लिए उत्साहित होते हैं लेकिन रानी क्लियोपेट्रा अपने बदले की आग में जल रहे थे उसने रोम के शासक जुलियस सीजर से प्रस्ताव रखा कि जब तक मेरा बदला पूरा नहीं होता मैं अपने विवाह के बारे में नहीं सोच सकती तभी जुलियस सीजर ने भरोसा दिलाया कि तुम्हारा बदला मैं जरूर लूंगा। इसके बाद रानी क्लियोपेट्रा और जुलियस सीजर दोनों की शादी हो जाती है। और फिर मिस्र के राजा टोलमी को हराकर मिश्र पर भी अधिकार कर लेता है और मिश्री का शासक जुलियस सीजर ने रानी क्लियोपेट्रा को घोषित कर दिया और दोनों मिलकर मिश्र और रोम के शासन को चलाते हैं। लेकिन कुछ दिनों बाद जुलियस सीजर की हत्या हो जाती है और रोम रूम की राजनीति में 5 वर्षों तक बहुत ही ज्यादा संघर्ष चलता है इसी बीच रूम के मंत्री वर्ग यह चाहते थे कि रानी क्लियोपेट्रा को मार दिया जाए इस बात का भनक रानी क्लियोपैट्रा को चल जाता है तभी रानी क्लियोपेट्रा ने रोम के प्रमुख सेनापति तथा महाराजा जुलियस सीजर के सबसे ताकतवर एवं महत्वपूर्ण सेनापति एंटोनी को फंसा लेती है। लेकिन रूम के सामंत इस प्रेम कहानी को समाप्त करना। तभी रूम के मंत्री वर्गों ने एक योजना बनाई इस योजना के तहत रानी क्लियोपेट्रा को सेनापति एंटोनी से दूर ले जाना था और वहां ले जाकर रानी क्लियोपेट्रा को मार देने की योजना थी लेकिन रानी क्लियोपेट्रा को मंत्री नहीं मार पाते हैं रानी के लिए कट रहा है किसी तरह बच जाती है लेकिन मंत्रियों ने एक झूठी अफवाह उड़ा दिया कि रानी क्लियोपेट्रा एक युद्ध में मारे गए। इस घटना को सुनकर महान सेनापति एंटोनी अपने आप को रोक नहीं पाया और आत्महत्या कर लेता है। इसके बाद सभी मंत्रियों ने मिलकर रोम का राजा ऑक्टेवियन को बनाते हैं और यह भी बुद्धिमान चलाक और चतुर शासक था इसके बाद मंत्रियों ने सोचा कि क्लियोपैट्रा को मारना बहुत जरूरी है। जब मंत्रियों ने क्लियोपैट्रा को मारने के लिए जाल बिछाया तो क्लियोपैट्रा ने सोचा कि रूम के राजा ऑक्टेवियन को ही फंसा लिया जाए वरना मंत्री हमें मार देंगे तभी फिर से रानी क्लियोपेट्रा नहीं अपना रूप जाल की खेल खेलती है लेकिन इस बार शासक फसने वाला नहीं था शासक ने मंत्रियों की सलाह मानकर रानी क्लियोपेट्रा की बातों पर ही चलता है और रानी क्लियोपेट्रा के अनुसार उसके जाल में फंस जाता है लेकिन यह रूम के शासक की एक चाल थी जो की रानी क्लियोपेट्रा नहीं समझ पाती है इसके बाद रानी क्लियोपेट्रा को जहर खिलाकर मार दिया जाता है।इस प्रकार रानी क्लियोपेट्रा की संघर्षपूर्ण जीवन समाप्त हो जाता है हालांकि अपने जीवन में महारानी क्लियोपेट्रा में जो भी किया है परंतु एक सच्चे देशभक्त की तरह से अपने मित्र साम्राज्य पर आज तक आने नहीं दिया और अपने दुश्मनों से बचते रहे।हालांकि अंत में दुश्मनों ने ही इन्हें मार दिया इतिहास कारों का कहना है कि रानी क्लियोपेट्रा को जहर खिलाकर मारा गया था।
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