⚛️नील नदी घाटी सभ्यता के सामंतवादी युगीन कालखंड⚛️


                       🔯सामंत युगीन कालखंड🔯                    
मिस्र की सभ्यता में इस कालखंड का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है यह कालखंड मिश्र के सातवें शासक के शासनकाल से प्रारंभ होती है इतिहासकार इस सामंतवादी युग का प्रारंभ मिश्र के राजाओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कालखंड मानते हैं। मिश्र के राजाओं ने जब से प्रशासन एवं सामाजिक तथा राजनीतिक मजबूती को बढ़ाने के लिए तथा शासन को अच्छी तरह से करने के लिए सामंतों का सहयोग लेने लगे इसी के समय से सामंतवादी युगीन का कालखंड प्रारंभ होता है! सामंत का मतलब होता है राजा के सहयोगी जो लोग राजा के प्रशासन को चलाने में मदद करते हैं जैसे कि मंत्री, महामंत्री ,राजमाता, राजरानी ,राजकुमारआदि! सामंती युग के समय से ही राजनीतिक सामाजिक जीवन राजाओं के लिए कठिन हो गया था और चीन का संबंध विदेशी राजाओं के साथ एक  संघर्ष पूर्ण रहा था।
सामंतवादी युद्ध के समय विदेशी शासकों का आक्रमण प्रारंभ हो गया  और इसी समय विदेशी शासक की हांक्कीसास का आक्रमण होता है इसीलिए मिश्री के साथ राहों के समय को विदेशी आक्रांता अराजकता का शासन काल कहा जाता है ।सामंतवादी युग के जनक मिश्र के सातवें राजवंश को  माना जाता है। इसी के समय मिस्र की राजधानी स्थानांतरित होकर मेंफिज  से थीबस स्थानतरित  हो जाती  है। इस समय मिश्र के बड़े बड़े नगरों का निर्माण हुआ परंतु जनता की स्थिति काफी दयनीय हो जाती है मिस्र में अव्यवस्था फैल चुका था जनता राजाओं के खिलाफ होने लगी थी। इसी अव्यवस्था का लाभ उठाकर सीरिया के सिमटिक जनजातियों ने मिस्र पर आक्रमण कर दिया।इस आक्रमण के दौरान समिति की जनजातियों ने घोड़े औरतों का प्रयोग किया था इसी के कारण मिस्र की एक उत्तरी भाग में मिस्र की हार होती है और यहां पर सिमिट्रिक  जनजातियों ने अपना बसेरा बना लिया और लंबे समय तक यहां शासन करते हैं और इसके बाद मिस्र वासी को यहां से भगाकर दक्षिण की ओर खदेड़ दिया जाता है।
सिमिट्रिक जनजातियों के विजय के कई कारण हैं जैसे
1 मिस्र के लोगों को मैदानी भागों में लड़ने का अनुभव नहीं था और यह युद्ध  मैदानी भागों में हुआ।
2 मिस्र वासियों की सेना की कुशलता में कमी थी मिश्रा वासियों की सेना प्रशिक्षित नहीं थी जबकि सिमिट्रिक जनजातियों की सेना प्रशिक्षित थी और लड़ाकू भी थे
सिमिट्रिक जातियों के पास हथियार एवं संसाधन के अच्छे समूह था जबकि मिश्र वासियों में इसकी अभाव थीIइसके बाद समय तक जाति के लोग नहीं नदी घाटी के उत्तरी भाग में 200 वर्षों तक शासन करते हैं फिर मिश्री के शक्तिशाली राजाओं ने इन लोगों को मार के भगा ते हैं।मिस्र के उत्तरी भाग में शासन करने वाले जनजाति यानी सिमिट्रिक  की जनजाति ने हायकंस  वंश की स्थापना करते हैं।हालांकि कुछ इतिहासकारों का कहना है कि यह जनजाति नील नदी पर बसने से पहले ही हायकंस वंश की स्थापना किया था और यह वंश प्रारंभ में सीरिया एवं अरब देशों की जनजाति है।

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