Posts

Showing posts from July, 2020

⚛️मिस्र की सभ्यता का विशेषता⚛️

Image
                      🔯नील नदी घाटी की विशेषता🔯                1 विश्व में सबसे पहले राजा को देता मानने वाला सभ्यता मिस्र सभ्यता थी यहां पर राजा को ईश्वर तथा उसके नौकर को ईश्वर का दास की संज्ञा दी जाती है। 2 देवत्व की इसी भावना के कारण राजकुमार अपने ही कुल तथा परिवार में विवाह करते थे। जिससे रक्त की शुद्धता तथा संपत्ति पर अधिकार एक ही परिवार पर होता था। 3 मिस्र में संपत्ति पर अधिकार स्त्रियों को मिलता था और स्त्रियों के द्वारा संपत्ति पर अधिकार अन्य लोगों को मिलता था जैसे आज हमारे भारत में संपत्ति पर अधिकार पुत्र का होता है और पुत्र से संपत्ति पर अधिकार उनके पत्नी तथा बेटे आदि अन्य लोगों को मिलता है।इस कारण से राजकुमार तथा धनी परिवार के लोग अपने पुत्र की शादी अपने ही पुत्री से कराते थे ताकि संपत्ति पर अधिकार तथा रक्त की शुद्धता बचा रहे। 4 मिस्र पर विदेशी आक्रमणकारियों के कारण राजा वह के देवता की भावना नष्ट हो जाती है तथा सूडान में सोना की खान मिलने के कारण मिस्र सभ्यता में अराजकता फैल जाता ह...

⚛️मिस्र सभ्यता की महान रानी क्लियोपेट्रा की जीवनी⚛️

Image
                  🔯  क्लियोपैट्रा की प्रेम कहानी 🔯                  क्लियोपैट्रा मिस्र की बहुत ही खूबसूरत बुद्धिमान चालाक चतुर एवं प्रसिद्ध महारानी हुई है इसके बारे में अभी तक इतिहासकारों को पूरी जानकारी नहीं है लेकिन लेकिन प्रमाणित साक्ष्यों के आधार पर  क्लियोपैट्रा  की कहानी बड़ी ही अद्भुत लगती है। इतिहासकारों का मानना है कि रानी क्लियोपेट्रा तत्कालीन विश्व की सबसे सुंदर महिला थी यह बड़े-बड़े राजाओं को अपने स्वरूप जाल में फंसा कर काम करवाती थी हालांकि इसके जीवन में तमाम मुश्किलें का समय आया लेकिन इसने मुसीबतों पर कभी हार नहीं मानी थे। रानी क्लियोपेट्रा खूबसूरत ही नहीं बल्कि चालाक चतुर कुशल षड्यंत्रकारी के साथ-साथ कई भाषाओं के विद्वान भी थे।क्लियोपैट्रा को अनेक भाषाओं का ज्ञान था इसके पिता की मृत्यु इसके 14 वर्ष की उम्र में ही हो गई थी। सबसे पहली किलो पेट्रोल अपने भाई से बहुत ज्यादा प्यार करती थी और अपना भाई को ही बचपन से पति मान चुकी थी क्योंकि इसी की तरह इसका भाई भी बहुत खूबसूरत...

⚛️नील नदी घाटी सभ्यता के साम्राज्यवादी कालखंड⚛️

Image
 ✡️  साम्राज्यवादी कालखंड 1800 से 1090 BC तक✡️  इससे पहले हमने देखा कि मिस्र में सामंतवादी युग का कालखंड चल रहा था तो मिस्र के लोग अपनी प्रशासन व्यवस्था को चलाने के लिए सामंतों का सहयोग ले रहे थे अभी तक इन लोगों के मन में साम्राज्य विस्तार की कोई भी नीति नहीं आई थी लेकिन अब मिश्र वासियों तथा अन्य देशों के राजाओं ने साम्राज्य के विस्तार के लिए करके एक राजनीतिक विचार आता है और इसके बाद लोगों के मन में स्थानों जमीन जायदाद आदि को लेकर के एक विशेष स्थान प्राप्त हो जाता है इसी को साम्राज्यवादी  कालखंड करते हैं। 1580 मे  अलमास प्रथम ने से मैट्रिक जनजाति के लोगों को सत्ता से हटा दिया तथा हम कह सकते हैं कि हाइकस वंश का नष्ट कर दिया है।इसके बाद पूरी मिश्र नदी घाटी सभ्यता पर फिर से मिश्र वासियों का अधिकार हो गया और सिमेट्रीक  जनजाति के लोग यहां से प्रस्थान कर जाते हैं अलमास प्रथम ने सीरिया तथा फिलिस्तीन को भी जीता और अपने साम्राज्य में मिला लिया।  अलमास   प्रथम मिश्रा राजवंश के 18 शासक था। इसके बाद मिस्र वासियों का शासन किया सीरिया एवं फिलिस्तीन  म...

⚛️नील नदी घाटी सभ्यता के सामंतवादी युगीन कालखंड⚛️

Image
                       🔯 सामंत युगीन कालखंड🔯                     मिस्र की सभ्यता में इस कालखंड का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है यह कालखंड मिश्र के सातवें शासक के शासनकाल से प्रारंभ होती है इतिहासकार इस सामंतवादी युग का प्रारंभ मिश्र के राजाओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कालखंड मानते हैं।  मिश्र  के राजाओं ने जब से प्रशासन एवं सामाजिक तथा राजनीतिक मजबूती को बढ़ाने के लिए तथा शासन को अच्छी तरह से करने के लिए सामंतों का सहयोग लेने लगे इसी के समय से सामंतवादी युगीन का कालखंड प्रारंभ होता है! सामंत का मतलब होता है राजा के सहयोगी जो लोग राजा के प्रशासन को चलाने में मदद करते हैं जैसे कि मंत्री, महामंत्री ,राजमाता, राजरानी ,राजकुमारआदि! सामंती युग के समय से ही राजनीतिक सामाजिक जीवन राजाओं के लिए कठिन हो गया था और चीन का संबंध विदेशी राजाओं के साथ एक  संघर्ष पूर्ण रहा था। सामंतवादी युद्ध के समय विदेशी शासकों का आक्रमण प्रारंभ हो गया  और इसी समय विदेशी शासक की ह...

⚛️मिस्र की (नील नदी घाटी ) सभ्यता⚛️

Image
इतिहासकारों ने मिस्र की सभ्यता को चार भागों में विभाजित किया है। जो कि निम्नलिखित है ➡️प्राचीन मिस्र में 30 राज्य वंश के शासन का प्रमाण मिलता है -साक्ष्यों के आधार पर। हालांकि कुछ लिखित साक्ष्य तथा कुछ अलिखित साक्ष्य मिलते है।:- ➡️ चारों युगीन कालखंड को एक-एक करके विस्तार से पड़ें  :- पिरामिड युग :-1 प्राचीन मिस्र के मिनीज नामक शासक ने सबसे पहले राजतंत्र को स्थापित किया और मिस्र की नील नदी घाटी पर शासन किया था। 2  सिंधु घाटी सभ्यता के पूर्व समकालीन शासक था जिसने मिस्र की सभ्यता पर शासन किया मिनीजी ने अपनी राजधानी मैंफिस को बनाया और प्राचीन मिस्र में राजाओं को मान सम्मान के अनेक काम किया। 3 मैनेज के सम्मान में सभी जानता मैं नीच गोपाराम की संज्ञा देने लगा हो।मिस्र में राजा को फराह कहां जाता है और फराओ का शाब्दिक अर्थ होता है सबसे बड़ा भवन जहां परमात्मा तथा ईश्वर निवास करता ➡️हेरोडोटस:-यह  फारसी साम्राज्य में पैदा हुए।यह पढ़ाई में कुशाग्र एवं मेधावी थे उनको पढ़ाई में काफी रूचि तथा लेखन कला में बहुत ही मन लगता था। उन्होंने इतिहास को बहुत ही विस्तार से लिखा है इसलिए इन्हें इति...

✴️मिस्र की सभ्यता का संपूर्ण इतिहास✴️

Image
इतिहासकारों ने मिस्र की सभ्यता को चार भागों में विभाजित किया है। जो कि निम्नलिखित है ➡️प्राचीन मिस्र में 30 राज्य वंश के शासन का प्रमाण मिलता है -साक्ष्यों के आधार पर। हालांकि कुछ लिखित साक्ष्य तथा कुछ अलिखित साक्ष्य मिलते है।:- ➡️ चारों युगीन कालखंड को एक-एक करके विस्तार से पड़ें  :- पिरामिड युग :-1 प्राचीन मिस्र के मिनीज नामक शासक ने सबसे पहले राजतंत्र को स्थापित किया और मिस्र की नील नदी घाटी पर शासन किया था। 2  सिंधु घाटी सभ्यता के पूर्व समकालीन शासक था जिसने मिस्र की सभ्यता पर शासन किया मिनीजी ने अपनी राजधानी मैंफिस को बनाया और प्राचीन मिस्र में राजाओं को मान सम्मान के अनेक काम किया। 3 मैनेज के सम्मान में सभी जानता मैं नीच गोपाराम की संज्ञा देने लगा हो।मिस्र में राजा को फराह कहां जाता है और फराओ का शाब्दिक अर्थ होता है सबसे बड़ा भवन जहां परमात्मा तथा ईश्वर निवास करता ➡️हेरोडोटस:-यह  फारसी साम्राज्य में पैदा हुए।यह पढ़ाई में कुशाग्र एवं मेधावी थे उनको पढ़ाई में काफी रूचि तथा लेखन कला में बहुत ही मन लगता था। उन्होंने इतिहास को बहुत ही विस्तार से लिखा है इसलिए इन्हें इति...